आप सभी को भारत के 72वे स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाये |
1. मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए |
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए |
जब तक जिंदा रहू, इस मात्रभूमि के लिए |
और जब मरू तो तिरंगा कफ़न चाहिए | |
2. ना पूछो ज़माने को, क्या हमारी कहानी है |
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है, की हम हम हिन्दुस्तानी हैं | |
3. कुछ बात है कि हस्ती, मिटती नहीं हमारी।
सदियों रहा है दुश्मन, दौर-ए-ज़माँ हमारा।।
4. मैं हिंदुस्तान के सम्मान करता हु, इस वीरो की मिटटी का गुणगान करता हु |
मुझे चिंता नहीं स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की, तिरंगा कफ़न हो मेरा यही अरमान रखता हूँ | |
5. कभी ठंड में ठिठुर कर के तो देखो , कभी तपती धूप में जल के तो देखो |
कैसे होती हैं हिफ़ाजत अपने इस मुल्क की, कभी सरहद पर चल के तो देखो | |
6. कुछ नशा इस तिरंगे की आन का है, कुछ नशा इस मातृभूमि की शान का है |
हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा, क्युकी ये नशा हिंदुस्तान की शान का है | |
7. ये नफरत बोहोत बुरी है न पालो इसे, दिलों में जो खलिश है निकालो इसे |
न तेरा न मेरा न इसका न उसका, ये तो सबका वतन है बचा लो इसे | |
8. संस्कार और तहज़ीब की शान मिले ऐसे, हिन्दू मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले ऐसे |
हम एक साथ मिलजुल के रहे ऐसे की, मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में राम मिले जैसे | |
9. मेरे जज़्बातों से इस कदर वाकिफ है मेरी कलम, में इश्क़ भी लिखना चाहूँ तो इंकलाब लिख जाता है |
10. कर सलामी इस तिरंगे को जिस से हमारी शान हैं, सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक शरीर में जान हैं | |
जय हिन्द | वन्दे मातरम | भारत माता की जय |
1. मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए |
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए |
जब तक जिंदा रहू, इस मात्रभूमि के लिए |
और जब मरू तो तिरंगा कफ़न चाहिए | |
2. ना पूछो ज़माने को, क्या हमारी कहानी है |
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है, की हम हम हिन्दुस्तानी हैं | |
3. कुछ बात है कि हस्ती, मिटती नहीं हमारी।
सदियों रहा है दुश्मन, दौर-ए-ज़माँ हमारा।।
4. मैं हिंदुस्तान के सम्मान करता हु, इस वीरो की मिटटी का गुणगान करता हु |
मुझे चिंता नहीं स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की, तिरंगा कफ़न हो मेरा यही अरमान रखता हूँ | |
5. कभी ठंड में ठिठुर कर के तो देखो , कभी तपती धूप में जल के तो देखो |
कैसे होती हैं हिफ़ाजत अपने इस मुल्क की, कभी सरहद पर चल के तो देखो | |
6. कुछ नशा इस तिरंगे की आन का है, कुछ नशा इस मातृभूमि की शान का है |
हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा, क्युकी ये नशा हिंदुस्तान की शान का है | |
7. ये नफरत बोहोत बुरी है न पालो इसे, दिलों में जो खलिश है निकालो इसे |
न तेरा न मेरा न इसका न उसका, ये तो सबका वतन है बचा लो इसे | |
8. संस्कार और तहज़ीब की शान मिले ऐसे, हिन्दू मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले ऐसे |
हम एक साथ मिलजुल के रहे ऐसे की, मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में राम मिले जैसे | |
9. मेरे जज़्बातों से इस कदर वाकिफ है मेरी कलम, में इश्क़ भी लिखना चाहूँ तो इंकलाब लिख जाता है |
10. कर सलामी इस तिरंगे को जिस से हमारी शान हैं, सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक शरीर में जान हैं | |
जय हिन्द | वन्दे मातरम | भारत माता की जय |
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